विष्णु भगवते वासुदेवाय मंत्र
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ॐ नमोः भगवते वासुदेवाय॥
मंत्र भगवान कृष्ण को समर्पित एक पवित्र मंत्र है, जिन्हें वासुदेव के नाम से भी जाना जाता है। यहाँ अर्थ है:
- ओम - एक पवित्र शब्दांश जो सार्वभौमिक ध्वनि और परम वास्तविकता के सार का प्रतिनिधित्व करता है।
- नमोह - अभिवादन का एक रूप जिसका अर्थ है "मैं झुकता हूं" या "मैं अपना सम्मान अर्पित करता हूं।
- भगवते - सर्वोच्च सत्ता को संदर्भित करता है, भगवान जो सभी दिव्य गुणों से संपन्न है।
- वासुदेवाय - वासुदेव के पुत्र भगवान कृष्ण को संदर्भित करता है, जो उनके दिव्य स्वभाव पर जोर देता है।
इन सबको एक साथ रखने पर, "ओम नमो भगवते वासुदेवाय" का अर्थ है "मैं सर्वोच्च भगवान वासुदेव (कृष्ण) को प्रणाम करता हूँ।" इस मंत्र का जप अक्सर भगवान कृष्ण का आशीर्वाद, सुरक्षा और मार्गदर्शन पाने, उनकी दिव्यता, करुणा और आध्यात्मिक ज्ञान के गुणों का आह्वान करने के लिए किया जाता है।
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