ॐ दाशरथये विद्महे सीतावल्लभाय धीमहि,
तन्नो राम प्रचोदयात्॥
मंत्र भगवान राम को समर्पित एक प्रार्थना है। यहाँ अर्थ है
ओम दशरथये विद्महे - ओम, आइए हम दशरथ (राम के पिता) का ध्यान करें
सीतावल्लभाय धीमहि - सीता (राम की पत्नी) को कौन प्रिय है, क्या हम इस पर चिंतन कर सकते हैं
तन्नो राम प्रचोदयात् - राम हमें प्रेरित और प्रबुद्ध करें
यह मंत्र हिंदू पौराणिक कथाओं में धार्मिकता और धर्म के प्रतीक भगवान राम का आशीर्वाद और मार्गदर्शन मांगने का एक रूप है। भगवान राम के गुणों का आह्वान करने और उनकी कृपा और ज्ञान प्राप्त करने के लिए अक्सर भक्तों द्वारा इसका पाठ किया जाता है।