राहु काल प्रश्नोत्तर
प्र.1. राहु काल क्या है?
उत्तर: राहु काल एक अशुभ समय माना जाता है जब कोई भी नया और शुभ कार्य करना वर्जित है। यह समय प्रतिदिन अलग-अलग होता है और लगभग डेढ़ घंटे का होता है।
प्र.2. राहु काल का महत्व क्यों है?
उत्तर: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु एक छाया ग्रह है। राहु काल में शुभ कार्य आरंभ करने से रुकावटें, असफलता या विलंब हो सकता है।
प्र.3. राहु काल की गणना कैसे होती है?
उत्तर: सूर्योदय से सूर्यास्त तक के समय को 8 समान भागों में बाँटा जाता है। हर दिन एक निश्चित भाग को राहु काल माना जाता है।
प्र.4. क्या राहु काल में सभी काम वर्जित हैं?
उत्तर:
- 👉 नहीं, राहु काल में केवल नए और शुभ कार्य जैसे – विवाह, यात्रा आरंभ करना, नया व्यवसाय शुरू करना आदि वर्जित हैं।
- 👉 रोज़मर्रा के कार्य जैसे पढ़ाई, दफ़्तर का काम, खरीदारी करना आदि प्रभावित नहीं होते।
प्र.5. राहु काल से कैसे बचें?<
उत्तर:
- 👉 यदि संभव हो तो शुभ कार्यों की शुरुआत राहु काल से पहले या बाद में करें।
- 👉 अगर टालना संभव न हो तो गणेश जी की पूजा, राहु बीज मंत्र जाप और श्री विष्णु का स्मरण करने से अशुभ प्रभाव कम हो सकता है।