मुहूर्त– शुभ समय

दिल्ली,भारत : 11 सितंबर 2025

मुहूर्त वह शुभ समय है जब किसी भी कार्य को प्रारंभ करने से सफलता, समृद्धि और शुभ फल प्राप्त होते हैं। यहाँ आप विवाह, गृह प्रवेश, नामकरण, यात्रा और अन्य सभी मांगलिक कार्यों के लिए सही मुहूर्त की जानकारी पा सकते हैं।

हर शहर के पंचांग मान अलग-अलग हो सकते हैं।

अशुभ मुहूर्त
राहु काल
प्रारंभ : 01:50 pm
समाप्ति : 03:24 pm
गुलिक काल
प्रारंभ : 09:10 am
समाप्ति : 10:44 am
यमगण्ड
प्रारंभ : 06:04 am
समाप्ति : 07:37 am
शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त
प्रारंभ : 11:52
समाप्ति : 12:42
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मुहूर्त प्रश्नोत्तर

प्र.1. मुहूर्त क्या होता है?
उत्तर: मुहूर्त एक विशेष समय होता है जो किसी भी कार्य को शुरू करने के लिए शुभ या अशुभ माना जाता है। इसे ग्रह, नक्षत्र, योग, तिथि और वार की गणना से तय किया जाता है।

प्र.2. एक दिन में कितने मुहूर्त होते हैं?
उत्तर: परंपरागत गणना के अनुसार एक दिन (24 घंटे) में 30 मुहूर्त होते हैं, और हर मुहूर्त लगभग 48 मिनट का होता है।

प्र.3. शुभ मुहूर्त क्यों देखना जरूरी है?
उत्तर: शुभ मुहूर्त में काम शुरू करने से सफलता, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। अशुभ मुहूर्त में काम शुरू करने पर बाधाएँ आ सकती हैं।

प्र.4. मुहूर्त कैसे निकाला जाता है?
उत्तर: पंचांग के आधार पर तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण को देखकर मुहूर्त तय किया जाता है। साथ ही कुंडली और ग्रहों की स्थिति का भी ध्यान रखा जाता है।

प्र.5. विवाह के लिए कौन से मुहूर्त शुभ हैं?
उत्तर: विवाह के लिए पुष्य, हस्त, स्वाति, अनुराधा, उत्तराषाढ़ा, मघा और रेवती नक्षत्र में आने वाले मुहूर्त शुभ माने जाते हैं (तिथि व योग अनुसार)।

प्र.6. गृह प्रवेश के लिए कौन सा मुहूर्त श्रेष्ठ है?
उत्तर: गृह प्रवेश के लिए वसंत ऋतु और शरद ऋतु के समय का मुहूर्त श्रेष्ठ होता है। पंचमी, सप्तमी, दशमी, एकादशी और त्रयोदशी तिथियाँ खास मानी जाती हैं।

प्र.7. व्यापार शुरू करने के लिए कौन सा मुहूर्त अच्छा है?
उत्तर: अक्षय तृतीया, विजयादशमी, दीपावली और पुष्य नक्षत्र के दिन व्यापार शुरू करने के लिए अत्यंत शुभ माने जाते हैं।

प्र.8. अशुभ मुहूर्त क्या होते हैं?
उत्तर: राहुकाल, गुलिककाल, यमगण्ड काल और गंडमूल जैसे समय अशुभ माने जाते हैं। इन समयों में शुभ कार्य टालना चाहिए।

प्र.9. राहुकाल क्या है?
उत्तर: राहुकाल वह समय है जब राहु ग्रह सक्रिय होता है। यह प्रतिदिन लगभग डेढ़ घंटे का होता है और इसमें शुभ कार्य नहीं किए जाते।

प्र.10. क्या हर व्यक्ति के लिए मुहूर्त अलग हो सकता है?
उत्तर: हाँ, जन्मकुंडली के ग्रहों और दशा के अनुसार किसी व्यक्ति के लिए सामान्य मुहूर्त भी अलग असर कर सकता है। इसलिए व्यक्तिगत परामर्श महत्वपूर्ण है।

डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।

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