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पंचांग – तिथि, नक्षत्र, योग, करण और वार

पंचांग हिन्दू धर्म का एक प्राचीन और विश्वसनीय ज्योतिषीय कैलेंडर है, जिसमें समय की गणना चन्द्र और सूर्य की गति के आधार पर की जाती है। 'पंचांग' शब्द का अर्थ है पाँच अंग – तिथि, नक्षत्र, योग, करण और वार।

  • तिथि – चन्द्रमा की स्थिति के आधार पर दिन का निर्धारण होता है।
  • नक्षत्र – चन्द्रमा जब किसी नक्षत्र में स्थित होता है तो उसका असर जीवन के विभिन्न क्षेत्रों पर पड़ता है।
  • योग – दो ग्रहों के मिलन से बनने वाले योग का विशेष प्रभाव होता है।
  • करण – तिथि का आधा भाग करण कहलाता है और यह शुभ या अशुभ फल देता है।
  • वार – सप्ताह के सात दिनों का अपना महत्व और देवता माने गए हैं।

पंचांग विवरण

📅
आज की तिथि

आज का दिन चंद्रमा और सूर्य की गति के अनुसार कौन-सी तिथि है। यह व्रत, पर्व और पूजा की सही जानकारी देता है।

🕰️
आज का मुहूर्त

दिन में कौन सा समय शुभ या अशुभ है। विवाह, गृह प्रवेश और अन्य कार्यों के लिए मुहूर्त महत्वपूर्ण होता है।

आज का नक्षत्र

चंद्रमा किस नक्षत्र में स्थित है। नक्षत्र का प्रभाव व्यक्ति और कार्यों पर सीधा पड़ता है।

⏱️
आज का राहु काल

दिन का वह समय जो अशुभ माना जाता है। इस दौरान कोई नया कार्य आरंभ नहीं करना चाहिए।

🌙
आज का करण

तिथि का आधा भाग 'करण' कहलाता है। शुभ और अशुभ करण का महत्व ज्योतिषीय गणना में खास होता है।

☀️
आज का योग

सूर्य और चंद्रमा की गति से बनता विशेष योग। योग का असर दैनिक जीवन और कार्यों पर पड़ता है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्र.1. पंचांग क्या है?

उत्तर: पंचांग एक पारंपरिक हिंदू कैलेंडर है जिसमें तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण जैसी पाँच मुख्य बातें बताई जाती हैं। यह दैनिक शुभ-अशुभ समय, त्यौहारों और व्रतों की जानकारी देता है।

प्र.2. पंचांग क्यों महत्वपूर्ण है?

उत्तर: पंचांग का उपयोग शुभ मुहूर्त, विवाह, गृह प्रवेश, नामकरण, यात्रा, व्यापार और धार्मिक कार्यों के लिए किया जाता है। यह ज्योतिषीय गणनाओं का आधार भी है।

प्र.3. पंचांग में कौन-कौन से तत्व होते हैं?

उत्तर: पंचांग के पाँच मुख्य तत्व हैं – तिथि (चंद्रमा और सूर्य की स्थिति), वार (सप्ताह का दिन), नक्षत्र (चंद्रमा जिस नक्षत्र में होता है), योग (सूर्य और चंद्रमा की गति से बनने वाला योग), करण (तिथि का आधा भाग)।

प्र.4. क्या पंचांग केवल भारत के लिए मान्य है?

उत्तर: पंचांग की गणना सूर्य और चंद्रमा की स्थिति पर आधारित होती है, इसलिए यह विश्वभर के स्थानों के लिए अलग-अलग हो सकती है। हर स्थान का स्थानीय पंचांग अलग होता है।

प्र.5. पंचांग और कैलेंडर में क्या अंतर है?

उत्तर: सामान्य कैलेंडर सिर्फ तारीख और दिन बताता है, जबकि पंचांग शुभ-अशुभ समय, ग्रह-नक्षत्र, त्यौहार और धार्मिक महत्व की विस्तृत जानकारी देता है।

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