सूर्य देवता को प्रातः काल एवं संध्या काल में अर्घ्य दिया जाता है, इस दौरान सूर्य देवता को प्रणाम करते हुए सूर्य अष्टकम मंत्र का उपयोग किया जाना चाहिए, इससे सूर्य देवता प्रसन्न होते है और उनका आशीर्वाद हमे प्राप्त होता है।
डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।