कृष्णा भजन - वो मुरली याद आती है सुन कान्हा सुन भजन

krishna-radha

ये तेरी रस भरी मुरली मेरे मन को तडपाती है वो मुरली याद आती है सुन कान्हा सुन सुन कान्हा सुन मुरली ना बजा तुम्हारी याद में कान्हा मै दिन दिन भटकती हु जो आई रात तैरन को मै मछली सी तडपती हु ये तेरी सांवरी सूरत मेरे मन को तडपाती है वो सूरत याद आती है सुन कान्हा सुन सुन कान्हा सुन वो मुरली याद आती है सुना है आपने मथुरा में पापी कंस को मारा बचाए देव की वसुदेव दुलारा नन्द के लाला बचायी लाज द्रोपद की घटी ना पांच गज साडी वो साड़ी याद आती है वो सूरत याद आती है ये तेरी रस भरी मुरली मेरे मन को लुभाती है वो मुरली याद आती है सुन कान्हा सुन सुन कान्हा सुन मुरली ना बजा ओ मुरली याद आती है वो मुरली याद आती है

डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।

© https://www.nakshatra.appAll Rights Reserved.