वैदिक ज्योतिष | होरा ज्योतिष के उप-भाग

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होरा ज्योतिष, जैसा कि पहले बताया गया है, व्यक्तिगत जीवन, ग्रहों के प्रभाव और दैनिक जीवन की घटनाओं का अध्ययन करता है। यह मुख्यतः कुंडली के आधार पर भविष्यवाणी करने और व्यक्ति की समग्र परिस्थितियों को समझने में मदद करता है। होरा ज्योतिष के कई उप-भाग हैं, जो विशिष्ट क्षेत्रों में विस्तार से जानकारी प्रदान करते हैं। यहां कुछ प्रमुख उप-भाग दिए गए हैं:

1. जातक होरा (Natal Horoscopy)

यह सबसे सामान्य और मुख्य उप-भाग है, जो व्यक्ति की जन्म कुंडली (जन्म पत्रिका) के आधार पर उसके जीवन की भविष्यवाणी करता है। इसमें जन्म के समय ग्रहों की स्थिति, राशि, और भावों का अध्ययन किया जाता है।
मुख्य पहलू
  • जन्म कुंडली का अध्ययन।
  • ग्रहों का स्थिति, राशि, और भावों के माध्यम से जीवन के विभिन्न पहलुओं का विश्लेषण।
  • यह व्यक्ति के स्वभाव, स्वास्थ्य, करियर, और विवाह के बारे में जानकारी देता है।

2. प्रश्न होरा (Horary Astrology)

यह उप-भाग किसी विशिष्ट प्रश्न का उत्तर खोजने के लिए ग्रहों की स्थिति का अध्ययन करता है। जब व्यक्ति को किसी विशेष मुद्दे पर मार्गदर्शन चाहिए, तो यह ज्योतिषी ग्रहों की स्थिति देखकर उत्तर प्रदान करता है।
मुख्य पहलू
  • यह किसी विशेष समय पर पूछे गए प्रश्न के आधार पर उत्तर देता है।
  • उदाहरण के लिए: "क्या मेरा व्यवसाय सफल होगा?" या "क्या मुझे इस समय विवाह करना चाहिए?"
  • सवाल के बाद, ग्रहों की स्थिति के आधार पर उत्तर और समाधान।

3. मुहूर्त होरा (Muhurta Horoscopy)

यह उप-भाग शुभ समय का निर्धारण करने से संबंधित है। किसी भी शुभ कार्य के लिए, जैसे विवाह, गृह प्रवेश, या व्यवसाय शुरू करने के लिए, सही मुहूर्त (शुभ समय) का चयन महत्वपूर्ण होता है। मुहूर्त होरा ग्रहों की स्थिति, तिथि, नक्षत्र और अन्य कारकों को ध्यान में रखते हुए शुभ समय का चयन करता है।
मुख्य पहलू
  • शुभ और अशुभ समय का निर्धारण।
  • किसी विशेष कार्य के लिए शुभ मुहूर्त का चयन।
  • ग्रहों की स्थिति, नक्षत्र और तिथियों के आधार पर समय का चयन।

4. वर्षफल होरा (Annual Horoscopy)

यह उप-भाग एक व्यक्ति के आने वाले वर्ष का विश्लेषण करता है। इसे वार्षिक कुंडली भी कहा जाता है, जो व्यक्ति के जीवन में आगामी वर्ष के बारे में जानकारी प्रदान करती है। यह हर वर्ष की शुरुआत में बनाई जाती है और भविष्यवाणी करती है कि उस वर्ष में कौन सी घटनाएँ घट सकती हैं।
मुख्य पहलू
  • साल भर के ग्रहों के प्रभाव का विश्लेषण।
  • आने वाले वर्ष में क्या शुभ या अशुभ घटनाएँ हो सकती हैं।
  • आगामी वर्ष के लिए व्यक्तिगत मार्गदर्शन और उपाय।

5. दशा होरा (Dasha Astrology)

यह उप-भाग व्यक्ति के जीवन में ग्रहों के प्रभाव की समयावधि का अध्ययन करता है। ग्रहों की दशाएँ (महादशा, अंतरदशा, प्रतीकदशा) जीवन में विभिन्न समयों पर लागू होती हैं, और यह जीवन के विशेष हिस्सों को प्रभावित करती हैं। दशा होरा ग्रहों की दशाओं के आधार पर जीवन के विभिन्न चरणों के बारे में मार्गदर्शन करता है।
मुख्य पहलू
  • ग्रहों की दशाओं का समय और उसका जीवन पर प्रभाव।
  • प्रत्येक दशा और अंतरदशा के अनुसार जीवन के विभिन्न पहलुओं में बदलाव।
  • दशाओं के माध्यम से जीवन के ऊँच-नीच, सफलता-असफलता का विश्लेषण।

6. गोचर होरा (Transit Astrology)

गोचर होरा उस समय में ग्रहों की वर्तमान स्थिति और उनके प्रभाव का अध्ययन करता है। इसमें ग्रहों की गति, ग्रहों का किसी राशि में प्रवेश और उनके द्वारा उत्पन्न होने वाले प्रभावों का विश्लेषण किया जाता है। गोचर होरा से व्यक्ति को यह जानकारी मिलती है कि ग्रहों का वर्तमान गोचर उनके जीवन पर कैसे प्रभाव डाल सकता है।
मुख्य पहलू
  • ग्रहों का वर्तमान गोचर और उसका प्रभाव।
  • जीवन में संभावित बदलाव, समस्याएँ, और अवसर।
  • ग्रहों के गोचर के आधार पर आगामी समय के लिए मार्गदर्शन।

7. साधनात्मक होरा (Indicative Horoscopy)

यह उप-भाग व्यक्ति की वर्तमान स्थिति और आगामी संभावनाओं का विश्लेषण करता है। इसमें व्यक्ति की मानसिक स्थिति, कार्यों और उनके परिणामों के बारे में विशेष रूप से मार्गदर्शन किया जाता है। साधनात्मक होरा व्यक्ति की मानसिक शांति और निर्णय लेने की क्षमता को बेहतर बनाने में मदद करता है।
मुख्य पहलू
  • वर्तमान स्थिति और मानसिक स्थिति का विश्लेषण।
  • जीवन के विभिन्न पहलुओं में संभावित सुधार।
  • समस्याओं के समाधान के लिए उपाय और मार्गदर्शन।

8. कुंडली मिलान होरा (Matchmaking Astrology)

यह उप-भाग विवाह से संबंधित है, जिसमें दो व्यक्तियों की कुंडली का मिलान किया जाता है। यह उप-भाग विवाह के लिए सही समय और संभावित जोड़ी का विश्लेषण करता है। कुंडली मिलान में नक्षत्रों और ग्रहों की स्थिति का अध्ययन किया जाता है।
मुख्य पहलू
  • विवाह के लिए अनुकूल ग्रह स्थिति का अध्ययन।
  • शारीरिक, मानसिक और आत्मिक संगति का विश्लेषण।
  • विवाह की सफलता के लिए ग्रहों के उपाय और मार्गदर्शन।

9. वृद्धि होरा (Progressive Astrology)

यह उप-भाग किसी व्यक्ति के जीवन के किसी विशेष समय में होने वाले बदलावों का विश्लेषण करता है। इसमें व्यक्ति के जीवन के विभिन्न चरणों, जैसे शिक्षा, करियर, और परिवार, के लिए भविष्यवाणी की जाती है।
मुख्य पहलू
  • व्यक्ति के जीवन के विभिन्न चरणों का विश्लेषण।
  • जीवन में होने वाले प्रमुख बदलावों का पूर्वानुमान।
  • आगामी समय के लिए संभावित अवसर और चुनौतियाँ।
होरा ज्योतिष के ये उप-भाग व्यक्तिगत जीवन, करियर, विवाह, स्वास्थ्य, और भविष्य से जुड़ी घटनाओं को समझने में मदद करते हैं। इन उप-भागों के माध्यम से, हम न केवल भविष्य के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, बल्कि हम अपनी दैनिक गतिविधियों और निर्णयों में बेहतर मार्गदर्शन भी पा सकते हैं।

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