डिफ़ॉल्ट
गर्म
प्रकृति

हनुमान जी भजन - मंगल मूर्ति राम दुलारे

ramdarbar
मंगल मूर्ति राम दुलारे आन पड़ा अब तेरे द्वारे हे बजरंगबली हनुमान हे महावीर करो कल्याण मंगल मूर्ति राम दुलारे तीनो लोग तेरा उजियारा दुखीयो का तूने काज संवारा हे जग वंदन केसरी नंदन कष्ट हरो हे कृपा निधान हे महावीर करो कल्याण तेरे द्वारे जो भी आया खाली नहीं कोई लौट आया दुर्गम काज बनावल हारी मंगलमय दीजो वरदान हे महावीर करो कल्याण तेरा सुमिरन हनुमत वीरा नासे रोग हरे सब पीरा राम लखन सीता मन बसिया चरण पड़े का कीजे ध्यान हे महावीर करो कल्याण भक्ति की ज्योत जगा दो मन में राम कृपा बरसे मेरे मन में बल बुद्धि विद्या के दाता हर लीजे मन का अज्ञान हे महावीर करो कल्याण मंगल मूर्ति राम दुलारे आन पड़ा अब तेरे द्वारे हे बजरंगबली हनुमान हे महावीर करो कल्याण हे महावीर करो कल्याण
डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।

लोकप्रिय टैग

भजन और भक्ति गीत संग्रह दीवाली 2025: लक्ष्मी पूजन, गोवर्धन पूजा, भाई दूज, पूजा संग्रह शनि देव भजन, आरती, चालीसा और व्रत कथा संग्रह