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माँ स्कंदमाता आरती - देवी दुर्गा के पंचम स्वरूप की पूजा

skandmata
जय स्कंद माता, जय स्कंद माता। तुम हो देवी महाविद्या, सच्चे मन से जो तुझे ध्याता॥ जय स्कंद माता, जय स्कंद माता... अभीष्ट काम पुरती जो कोई तुझे ध्याता। हर संकट मोचन दुर्गा जय स्कंद माता॥ जय स्कंद माता, जय स्कंद माता... चतुर्भुजी माता, ज्योति स्वरूपिणी माता। सुख सम्पत्ति की दाता जय स्कंद माता॥ जय स्कंद माता, जय स्कंद माता... ध्यान धरें जो तुम्हारा, कर्म-सिद्धि पाए। मन वांछित फल पाए, दुख से मुक्ति पाए॥ जय स्कंद माता, जय स्कंद माता... स्कंद को गोद में बिठाया, रूप निराला तेरा। रति वैभव और सुख, सब कुछ तुझसे पाया॥ जय स्कंद माता, जय स्कंद माता... जिस पर कृपा तुम्हारी, उसको कष्ट न भारी। शत्रु नहीं सताता, जय स्कंद माता॥ जय स्कंद माता, जय स्कंद माता...
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