▶ Play
गाना:-कन्हैया ले चल परली पार
गायिका:- देवी चित्रलेखा जी
कन्हैया ले चल परलीपार जहाँ बिराजे मेरी राधा रानी
जहाँ बिराजे मेरी श्यामा प्यारी अलबेली सरकार
कन्हैया ले चल परलीपार कन्हैया ले चल परलीपार
गुण अवगुण सब तेरे अर्पण पाप पुण्य सब तेरे अर्पण
ये जीवन भी तेरे अर्पण मै तेरे चरणों की दासी
तू मेरा प्राणाधाम कन्हैया ले चल परलीपार
जहाँ बिराजे मेरी राधा रानी जहाँ बिराजे मेरी श्यामा प्यारी
अलबेली सरकार कन्हैया ले चल परलीपार
तेरी आस लगा बैठी अंखिया खूब थका बैठी हु
अपना आप भुला बैठी हु सांवरिया मै तेरी रागिनी
तू मेरा मलहार कन्हैया ले चल परलीपार
जहाँ बिराजे मेरी राधा रानी जहाँ बिराजे मेरी श्यामा प्यारी
अलबेली सरकार कन्हैया ले चल परलीपार
तेरे बिना कुछ चाह नही है कोई सूझती राह नही है
जग की तो परवाह नही है मेरे प्रीतम मेरे मांझी
कर दो नैया पार कन्हैया ले चल परलीपार
जहाँ बिराजे मेरी राधा रानी जहाँ बिराजे मेरी श्यामा प्यारी
अलबेली सरकार कन्हैया ले चल परलीपार
आनंद धन यहाँ बरस रहा है पत्ता पत्ता हरष रहा है
हरी बिचारा तरस रहा है बहुत हुआ अब हांर गयी मै
क्यों छोड़ा मजधार कन्हैया ले चल परलीपार
जहाँ बिराजे मेरी राधा रानी जहाँ बिराजे मेरी श्यामा प्यारी
अलबेली सरकार कन्हैया ले चल परलीपार
डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।