जया किशोरी जी का भजन: काली कमली वाला मेरा यार है
जया किशोरी जी का भजन
शहनाईयों की सदा कह रही है
ख़ुशी की मुबारक घडी आ गयी है
सजी है आज महफ़िल श्याम के रंग में
सभी के लबो पर ख़ुशी छा गयी है
आ.... आ.... आ.... आ....
काली कमली वाला मेरा यार है
मेरे मन का मोहन तू दिलदार है
तू मेरा यार है , मेरा दिलदार है
मन मोहन मै तेरा दिवाना
गाऊं बस अब यही तराना
श्याम सलोने तू मेरा रिजवार है
मेरे मन का मोहन तू दिलदार है
तू मेरा मै तेरा प्यारे
यह जीवन अब तेरे सहारे
हाथ तेरे इस जीवन की पतवार है
मेरे मन का मोहन तू दिलदार है
पागल प्रीत की एक ही आशा
दर्दे दिल दर्शन का प्यासा
तेरे हर वादे पे मुझे ऐतबार है
मेरे मन का मोहन तू दिलदार है
काली कमली वाला मेरा यार है
मेरे मन का मोहन तू दिलदार है
तू मेरा यार है मेरा दिलदार है
डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।