श्याम भजन - श्याम बिगड़ी किस्मत को जगा दे ऐसा मेरा श्याम है
बिगड़ी किस्मत को जगा दे ऐसा मेरा श्याम है
रोते को पल में हसादे ऐसा मेरा श्याम है
किस पे कब हो जाये खुश ये जानता कोई नही
फुल पतझड़ में खिलादे ऐसा मेरा श्याम है
रोते को पल में हसादे ऐसा मेरा श्याम है
रास्ता मुश्किल हो फिर भी गिरने देता कभी
राह पर चलना सिखा दे ऐसा मेरा श्याम है
रोते को पल में हसादे ऐसा मेरा श्याम है
अपनों से मिलता कुंदन भाव इस संसार में
घाव पे मरहम लगा दे ऐसा मेरा श्याम है
रोते को पल में हसादे ऐसा मेरा श्याम है
बिगड़ी किस्मत को जगा दे ऐसा मेरा श्याम है
रोते को पल में हसादे ऐसा मेरा श्याम है
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