डिफ़ॉल्ट
गर्म
प्रकृति

शिव महिमा:ऐसा दरबार कहाँ ऐसा दातार कहाँ

shivji
ऐसा दरबार कहाँ, ऐसा दातार कहाँ ऐसा दरबार कहाँ, ऐसा दातार कहाँ भक्तों को देता है जो, भोले जैसा प्यार कहाँ ऐसा दरबार कहाँ, ऐसा दातार कहाँ जो भी आया तेरे द्वार, खुशहाल हो गया सूनी पड़ी झोलियाँ, मालामाल हो गया तेरे दर की भीख में, बड़ा सुख पाता है तेरे दर से जो भी जाए, सब कुछ पाता है दुखियों का रखवाला, संकट हरने वाला ऐसा दरबार कहाँ, ऐसा दातार कहाँ ऐसा दरबार कहाँ, ऐसा दातार कहाँ भक्तों को देता है जो, भोले जैसा प्यार कहाँ ऐसा दरबार कहाँ, ऐसा दातार कहाँ जग में तेरे जैसा, कोई भी नही दानी हर दम करे भला, सबकी सुनता कहानी सबसे निराला है, तुझसा भोला भाला है तेरा कोई ना जवाब, जग में रखवाला है तेरे जैसा भोला, सारा जग में ना ऐसा दरबार कहाँ, ऐसा दातार कहाँ ऐसा दरबार कहाँ, ऐसा दातार कहाँ भक्तों को देता है जो, भोले जैसा प्यार कहाँ ऐसा दरबार कहाँ, ऐसा दातार कहाँ
डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।

लोकप्रिय टैग

दुर्गा माता भजन और गीत | माँ शक्ति संग्रह भजन और भक्ति गीत संग्रह कृष्ण भजन और गीत | राधा-कृष्ण भक्ति संगीत संग्रह हनुमान भजन और गीत | बजरंगबली संग्रह राम भजन और गीत | प्रभु श्रीराम की स्तुति संग्रह