तू दूर न हो न शंभू,
मैं किसी और का होना पाऊँगा
मैं किसी और का होना पाऊँगा
शिव की कृपा में मैं हूँ पला,
उसकी ही उंगली पकड़ के चला,
मेरा और शिव का नाता कोई भी समझेगा ना,
शिव ही है मेरा पिता, शिव ही है मेरी माँ,
तू अपना बना ले शंभू,
मैं किसी और का न बनाऊँगा,
मैं किसी और का न बनाऊँगा
तू दूर न हो न शंभू,
मैं किसी और का होना पाऊँगा
मैं किसी और का होना पाऊँगा
मेरे ज़ख्मों पे मरहम महाकाल,
मेरे साथ है हरदम महाकाल,
तुमसा कोई नहीं मेरे महाकाल,
सब तुझ पे लूटा दूँ महाकाल।