तू ना मेरा जीवन था
तू बन के बहार मिला
मेरी नाव भवर मे थी
बन के पतवार मिला
पहले गम के आँसू थे
अब खुशियों का पानी है
जो कुछ भी मै हु बाबा
तेरी मेहरबानी है
तुम से ही मिली खुशियां
तुमसे ही जिंदगानी है
जो कुछ भी मै हु बाबा
तेरी मेहरबानी है
तुम से ही मिली खुशियां
जीवन का हर सपना
तुमने साकार किया
मुझ जैसे निर्गुण को
कितना गुणवान किया
तूने लिख मोहबत से
मेरी ये कहानी है
जो कुछ भी मै हु बाबा
तेरी मेहरबानी है
तुम से ही मिली खुशिया
तुमसे ही जिंदगानी है
जो कुछ भी मै हु बाबा
तेरी मेहरबानी है
तुम से ही मिली खुशियां