श्री खाटू श्याम - तेरे नाम के पागल हैं
तेरे नाम के पागल हैं-भजन भगवान श्री खाटू श्याम को समर्पित भक्ति भजन है, जिसे अंजलि द्विवेदी जी ने अपने मधुर ध्वनि में प्रस्तुत किया है। यह भजन मुख्यतः भगवान श्री खाटू श्याम के मंदिरो में गाया व सुना जाता है। इस भजन का पाठ करने से भक्तों की सभी पीड़ाओं और संतापों का अंत होता है। कहा जाता है कि खाटू श्याम बाबा हारे का सहारा हैं। श्री खाटू श्याम जी के बचपन का नाम बर्बरीक है , श्याम नाम इन्हे भगवान् श्री कृष्ण से मिला है।
तेरे नाम के पागल हैं हमे दुनिया की परवाह नहीं
तुमको पाके इस जीवन की अब तो कोई चाह नहीं
तेरे नाम के पागल हैं ……………
श्याम का प्रेमी होना प्यारे छोटी बात नहीं है
श्याम प्रेम से बढ़के दूजी कोई सौगात नहीं है
श्याम प्रेम से बढ़के जग में कोई सौगात नहीं है
तुमको पाके इस जीवन की अब तो कोई चाह नहीं
तेरा साथ मिला हमको किसी और के साथ की चाह नहीं
तुमको पाके इस जीवन की अब तो कोई चाह नहीं
तेरे नाम के पागल हैं ……………
हर दिन हर पल तेरे प्रेम की मस्ती चढ़ जाए
तेरे कीर्तन भजन बिना हमें और ना कुछ भी भाये
तुमको पाके इस जीवन की अब तो कोई चाह नहीं
तेरा रंग चढ़ा हम पे किसी और रंग की चाह नहीं
तुमको पाके इस जीवन की अब तो कोई चाह नहीं
तेरे नाम के पागल हैं ……………
श्याम से रिश्ता जोड़ के मोहित मालामाल हुए हैं
श्याम के थोड़ा करीब आके हम निहाल हुए हैं
तुमको पाके इस जीवन की अब तो कोई चाह नहीं
हमें इतना मिला सम्मान किसी और मान की चाह नहीं
तुमको पाके इस जीवन की अब तो कोई चाह नहीं
तेरे नाम के पागल हैं ……………
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