डिफ़ॉल्ट
गर्म
प्रकृति

पंचांग : शुक्ल योग

शुक्ल योग हिंदू पंचांग में एक शुभ योग माना जाता है। इस योग का प्रभाव सकारात्मकता और उन्नति को बढ़ावा देने वाला होता है। शुक्ल योग में किए गए कार्यों में सफलता की संभावना अधिक होती है, और यह विशेष रूप से उन कार्यों के लिए लाभकारी माना जाता है, जो सुख, समृद्धि और उन्नति के लिए किए जाते हैं।

शुक्ल योग का प्रभाव और लाभ

  1. शुक्ल योग में किए गए कार्यों में सफलता और स्थिरता प्राप्त होती है।
  2. यह योग धन और समृद्धि को बढ़ाने में सहायक होता है।
  3. इस योग में आरंभ किए गए कार्यों में सकारात्मक ऊर्जा और उन्नति की संभावना होती है।
  4. यह विशेष रूप से धार्मिक कार्यों, पूजाओं और अन्य मांगलिक कार्यों के लिए उपयुक्त माना जाता है।

शुक्ल योग में किए जाने वाले कार्य

  1. धार्मिक अनुष्ठान, हवन और पूजा-पाठ
  2. नए व्यवसाय, निवेश या आर्थिक कार्यों की शुरुआत
  3. मांगलिक कार्य जैसे गृह प्रवेश, विवाह, नामकरण आदि
नोट:
पंचांग में हर योग का अलग महत्व होता है, इसलिए शुक्ल योग के दिन किसी भी शुभ कार्य के लिए पंचांग में मुहूर्त देखकर ही कार्य आरंभ करना चाहिए।
डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।

लोकप्रिय टैग

दुर्गा माता भजन और गीत | माँ शक्ति संग्रह भजन और भक्ति गीत संग्रह कृष्ण भजन और गीत | राधा-कृष्ण भक्ति संगीत संग्रह हनुमान भजन और गीत | बजरंगबली संग्रह राम भजन और गीत | प्रभु श्रीराम की स्तुति संग्रह