भक्ति गीत | सीता राम सीता राम कहिये
सीता राम सीता राम कहिये गीत एक भक्ति गीत है जो भगवान श्री राम और माता सीता को समर्पित है।सीता राम सीता राम कहिये गीत प्रकाश गाँधी द्वारा गाया गया है। इस गीत में भगवान राम और माता सीता की महिमा का वर्णन किया गया है यह भजन अक्सर रामलीला और अन्य धार्मिक समारोहों में गाया जाता है।
सीता राम सीता राम सीता राम कहिये
जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिये
मुख में हो राम नाम राम सेवा हाथ में
तू अकेला नाहिं प्यारे राम तेरे साथ में
विधि का विधान जान हानि लाभ सहिये,
जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिये
सीता राम सीता राम सीता राम कहिये
जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिये
किया अभिमान तो फिर मान नहीं पायेगा,
होगा प्यारे वोही जो श्री रामजी को भायेगा
फल की आशा त्याग कर्म करते रहिये
जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिये
सीता राम सीता राम सीता राम कहिये
जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिये
ज़िन्दगी की डोर सौंप हाथ दीनानाथ के
महलों मे राखे चाहे झोंपड़ी मे वास दे
धन्यवाद निर्विवाद राम राम कहिये
जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिये
सीता राम सीता राम सीता राम कहिये
जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिये
आशा एक रामजी से दूजी आशा छोड़ दे
नाता एक रामजी से दूजे नाते तोड़ दे
साधु संग राम रंग अंग अंग रंगिये
काम रस त्याग प्यारे राम रस पहीये
सीता राम सीता राम सीता राम कहिये
जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिये
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