डिफ़ॉल्ट
गर्म
प्रकृति

श्याम रखते थे खबर तुम बेखबर क्यों हो गए लिरिक्स

श्याम रखते थे खबर तुम, बेखबर क्यों हो गए, मेरे ये आंसू भी तुमपे बेअसर क्यों हो गए, श्याम रखते थे खबर तुम, बेखबर क्यों हो गए। रहमतों से ही तो तेरी मेरा ये जीवन चला, तेरे चौखट के भिखारी दर बदर क्यों हो गए, मेरे ये आंसू भी तुमपे बेअसर क्यों हो गए, श्याम रखते थे खबर तुम, बेखबर क्यों हो गए। जब कभी मैंने पुकारा तुमको पाया हर दफा, साथ तब थे दूर अब तुम इस कदर क्यों हो गए, मेरे ये आंसू भी तुमपे बेअसर क्यों हो गए, श्याम रखते थे खबर तुम, बेखबर क्यों हो गए। पाऊं ना दीदार तेरा मेरा ऐसा दिन ना था, जाके बैठे तुम कहाँ ओझल नज़र क्यों हो गए, मेरे ये आंसू भी तुमपे बेअसर क्यों हो गए, श्याम रखते थे खबर तुम, बेखबर क्यों हो गए। तेरी नाराज़ी को मैं कैसे सम्भालूं ये बता, फ़िक्र थी राघव की तुमको बेफिकर क्यों हो गए, मेरे ये आंसू भी तुमपे बेअसर क्यों हो गए, श्याम रखते थे खबर तुम, बेखबर क्यों हो गए।
डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।

लोकप्रिय टैग

दुर्गा माता भजन और गीत | माँ शक्ति संग्रह भजन और भक्ति गीत संग्रह कृष्ण भजन और गीत | राधा-कृष्ण भक्ति संगीत संग्रह हनुमान भजन और गीत | बजरंगबली संग्रह राम भजन और गीत | प्रभु श्रीराम की स्तुति संग्रह