नवरात्रि में उपवास (व्रत) का विशेष महत्व है। इस दौरान भक्त माँ दुर्गा की आराधना करते हुए सात्त्विक आहार ग्रहण करते हैं। उपवास केवल धार्मिक नियम नहीं, बल्कि यह शरीर को डिटॉक्स करने और मानसिक शांति पाने का भी तरीका है। सही आहार अपनाने से व्रत के दौरान ऊर्जा बनी रहती है और स्वास्थ्य भी संतुलित रहता है।
नवरात्रि व्रत में क्या खाएँ?
साबूदाना :
साबूदाने की खिचड़ी, वड़ा या खीर उपवास में ऊर्जा देने के लिए उत्तम मानी जाती है।सिंघाड़े का आटा
इससे पूरी, पराठा या हलवा बनाया जाता है। यह पचने में हल्का और पौष्टिक होता है।कुट्टू का आटा (Buckwheat Flour)
कुट्टू के आटे से बनी पूरी और पकौड़े उपवास में स्वाद और ताकत दोनों देते हैं।फल और मेवे
केला, सेब, अनार, अंगूर, नारियल, खजूर और ड्राई फ्रूट्स व्रत में तुरंत ऊर्जा प्रदान करते हैं।आलू और शकरकंद
आलू की सब्जी या शकरकंद उबालकर खाने से लंबे समय तक भूख नहीं लगती।दूध और दही
प्रोटीन और कैल्शियम का अच्छा स्रोत। इससे कमजोरी नहीं होती।
नवरात्रि व्रत में क्या न खाएँ?
- गेहूं का आटा और चावल
- दालें और अनाज
- प्याज और लहसुन
- मांसाहार और शराब
- सामान्य नमक (इसकी जगह सेंधा नमक का प्रयोग करें)
उपवास के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें
- पानी और तरल पदार्थ अधिक मात्रा में लें।
- तैलीय और भारी भोजन से बचें।
- दिनभर में छोटे-छोटे अंतराल पर फल और हल्का आहार लें।
- पूजा के बाद ही भोजन करें।
- जिन लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्या है, वे डॉक्टर की सलाह लेकर व्रत करें।