मीरा दीवानी हो गयी रे,
मीरा दीवानी हो गयी
श्याम रंग में रंगी चुनरिया,
हो हो हो हो...
मीरा दीवानी हो गयी रे,
मीरा मस्तानी हो गयी...
राणा की राजधानी छोड़ी
लोक लाज सब छोड़ी,
रंग के श्याम रंग में चुनर
मीरा जी ने ओडी ।
लोक लाज की नहीं खबरिया,
हो ओ ओ..
मीरा दीवानी हो गयी रे,
मीरा मस्तानी हो गयी...
इस दुनिया से प्रीत तोड़के
श्यामल रंग चढ़ाया,
साथ सभी का छोड़ दिया और
गिरिधर गिरिधर गाया ।
वो तो ऐसी भाई बावरिया,
हो ओ ओ,
मीरा दीवानी हो गयी रे,
मीरा मस्तानी हो गयी...
पैरों में वो घुँघरू बाँध के
नाचे झूमे गाए,
भई विहरनी श्याम विरहा
और ना कोई है भाए ।
वृन्दावन की गयी डगरिया,
हो ओ ओ,
मीरा दीवानी हो गयी रे,
मीरा मस्तानी हो गयी...
लगन लगी तेरे दरश की
और ना कोई भाए,
गली गली तोहे ढूंढती ढोले
कही ना फिर वो पाए ।
तेरे दर पे बीती उमरिया,
हो ओ ओ,
मीरा दीवानी हो गयी रे,
मीरा मस्तानी हो गयी...
