मन लागो मेरो यार लागे फकीरी में लिरिक्स

गायक:-हंसराज रघुवंशी
गीत:-हंसराज रघुवंशी

मन लागो मेरो यार लागे फकीरी में मन लागो मेरो यार लागे फकीरी में जो सुख पाया राम भजन में जो सुख पाया राम भजन में वो सुख पाया ना और जो सुख पाया राम भजन में वो कहीं ना और मन लागो मेरो यार लागे फकीरी में मन लागो मेरो यार लागे फकीरी में राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्रनाम तत्तुल्यं रामनाम वरानने राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्रनाम तत्तुल्यं रामनाम वरानने कबीरा तेरी झोपड़ी गल कटियन के पार जो जैसा करेगा वैसा भरेगा तू क्यूँ होये उदास क्या लेके आया रे बंदें क्या लेके जाएगा खाली हाथ आया था खाली हाथ जाएगा खाली हाथ जाएगा मन लागो मेरो यार लागे फकीरी में मन लागो मेरो यार लागे फकीरी में माला फेरत जुग भया फिरा ना मन का फेर कर का मन का डार दे मन का मन का फेर.

डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।

© https://www.nakshatra.appAll Rights Reserved.