फागण का नज़ारा है लिरिक्स

Song :- Fagan Ka Najara Hai
Singer:- Raj Pareek
Lyrics :- Raj Pareek

फागण का नज़ारा है , आयी है खाटु से चिट्ठियाँ, श्याम बाबा ने पुकारा है । हमने सुना है फागण में मेला लगता है भारी दूर दूर तक है चर्चा मेले की महिमा न्यारी जो एक बर जाता है , आता तो है लेकिन दिल हार के आता है । लाखों लाखों निशान लिए , चलते है सब मतवारे सारे रस्ते गूँजते है, श्याम नाम के जय कारे सुन सुन के उछलता है , प्रेमी से मिलने को ये खुद भी मचलता है । राज उसे जब प्रेमी की यादें बहुत सताती है मोड़ता है रुख़ बादल का और फागण रुत आती है फागण के बहाने से , मन को सुकून मिले खाटु में जाने से

डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।

© https://www.nakshatra.appAll Rights Reserved.