सरस्वती देवी हिंदू धर्म में ज्ञान, संगीत, कला, और विद्या की देवी मानी जाती हैं। वे भगवान ब्रह्मा की पत्नी हैं और उन्हें वेदों की माँ कहा जाता है। सरस्वती का वर्णन एक सुंदर महिला के रूप में किया गया है, जो श्वेत वस्त्र धारण करती हैं, और उनके हाथों में वीणा, पुस्तक, माला, और कमंडल होते हैं।
सरस्वती की प्रमुख विशेषताएँ और प्रतीक:
वीणा: सरस्वती की वीणा संगीत और कला का प्रतीक है।
पुस्तक: यह ज्ञान और विद्या का प्रतीक है।
माला: यह ध्यान और आध्यात्मिकता का प्रतीक है।
हंस: सरस्वती का वाहन हंस है, जो विवेक और शुद्धता का प्रतीक है।
कमल: सरस्वती कमल के आसन पर बैठी होती हैं, जो पवित्रता और सत्य का प्रतीक है।
सरस्वती पूजा विशेष रूप से वसंत पंचमी के दिन मनाई जाती है, जो विद्या और ज्ञान के प्रति समर्पित होती है। इस दिन विद्यार्थी और कलाकार देवी सरस्वती की पूजा करते हैं और उनसे ज्ञान और बुद्धि की प्राप्ति की कामना करते हैं। सरस्वती का उल्लेख प्राचीन वेदों और पुराणों में भी मिलता है, जहाँ उन्हें ज्ञान और विद्या की देवी के रूप में सम्मानित किया गया है।