धृति योग एक शुभ योग है जो भारतीय ज्योतिष शास्त्र में विशेष स्थान रखता है। यह योग उस समय बनता है जब सूर्य और चंद्रमा की विशेष स्थिति होती है, जिससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। धृति योग को शुभ कार्यों के लिए अनुकूल माना जाता है, और इसके प्रभाव से व्यक्ति में स्थिरता, धैर्य, और आत्मबल का संचार होता है।
धृति योग के प्रभाव
मन की स्थिरता: इस योग में व्यक्ति को मानसिक शांति और स्थिरता प्राप्त होती है। यह समय मानसिक दृढ़ता को बढ़ावा देने वाला होता है। सफलता: इस योग में किए गए कार्यों में सफलता प्राप्त होती है और बाधाओं का निवारण होता है। आत्मबल: व्यक्ति में आत्मबल और आत्मविश्वास का संचार होता है, जिससे वह कठिन परिस्थितियों में भी संयम बनाए रखता है। संबंधों में सुधार: धृति योग के प्रभाव से पारिवारिक और सामाजिक संबंधों में मधुरता आती है, और आपसी समझ बढ़ती है।धृति योग में किए जाने वाले कार्य
धृति योग को शुभ कार्यों के लिए अत्यंत अनुकूल माना जाता है। इस योग में निम्न कार्य किए जा सकते हैं:- गृह प्रवेश या नई चीजों की शुरुआत।
- महत्वपूर्ण व्यावसायिक निर्णय लेना।
- विवाह और अन्य शुभ कार्यों का आयोजन।
- शिक्षा और करियर संबंधी महत्वपूर्ण निर्णय।