दरबार हजारो है ऐसा दरबार कहा
जो श्याम से मिलता है प्रभु ऐसा प्यार कहा
दरबार हजारो है ऐसा दरबार कहा
जो आस लगा करके दरबार में आता है
खाली झोली लाता भरकर ले जाता है
मांगे सो मिल जाए ऐसा दातार कहा
दरबार हजारो है ऐसा दरबार कहा
सबके मन की बाते बड़े प्यार से सुनता है
फरियाद सुने बाबा और पूरी करता है
मांगो जो मिल जाये ऐसा दातार कहा
दरबार हजारो है ऐसा दरबार कहा
कोई प्रेमी बाबा का जब हम को मिल जाए
सब रिश्तो से बढकर एक रिश्ता बन जाए
ये श्याम धनी का है ऐसा प्यर कहा
दरबार हजारो है ऐसा दरबार कहा