बगलामुखी बीज मंत्र

maa-baglamukhi

ॐ ह्रीं बगलामुखी सर्व दुष्टानाम वाचं मुखम पदम् स्तम्भय।जिव्हां कीलय बुद्धिम विनाशय ह्रीं ॐ स्वाहा ।।

बगलामुखी बीज मंत्र एक संस्कृत मंत्र है। यह मंत्र माँ बगलामुखी को समर्पित महत्वपूर्ण मंत्रो में से एक है बगलामुखी बीज मंत्र हिंदू धर्म में देवी बगलामुखी को समर्पित एक शक्तिशाली मंत्र है। यह मंत्र दस महाविद्याओं में से एक है जिसका उपयोग बगलामुखी देवी को प्रसन्न करने के लिए जपा जाता है। यह मंत्र बगलामुखी देवी का मूल मंत्र है। यह मंत्र बगलामुखी देवी की शक्ति और ऊर्जा को समेटे हुए है। इस मंत्र का जाप करने से बगलामुखी देवी की कृपा प्राप्त होती है। इस मंत्र का उच्चारण करते समय ध्यान रखना चाहिए कि इसे किसी योग्य गुरु की अनुमति और निर्देशन में ही किया जाए। बीज मंत्रों की शक्ति अत्यधिक होती है और इन्हें सही तरीके से जपने पर ही सकारात्मक फल मिलता है।

मंत्र का अर्थ

ॐ — ब्रह्मांडीय ध्वनि, जो शांति और पवित्रता का प्रतीक है। ह्रीं — यह बीज मंत्र देवी बगलामुखी की शक्ति और उनकी आंतरिक शक्ति का प्रतिनिधित्व करता है। बगलामुखी — देवी बगलामुखी, जो शत्रुओं को वश में करने और उनकी नकारात्मक शक्तियों को नष्ट करने की क्षमता रखती हैं। सर्व दुष्टानाम — सभी दुष्ट लोगों का। वाचं मुखम पदम् स्तम्भय — उनके शब्दों, मुख और पैरों को रोक दो, ताकि वे कोई बुरा कार्य न कर सकें। जिव्हां कीलय — उनकी जिव्हा (वाणी) को अवरुद्ध कर दो, ताकि वे आपके खिलाफ कुछ बोल न सकें। बुद्धिं विनाशय — उनकी बुद्धि को नष्ट कर दो, ताकि वे नकारात्मक सोच या योजनाएँ न बना सकें। ह्रीं ॐ स्वाहा — देवी बगलामुखी की शक्ति का आह्वान करते हुए इस मंत्र का पूर्ण समर्पण।

मंत्र का महत्व

शत्रु नाश:यह मंत्र शत्रुओं को शांत करने और उनकी बुरी योजनाओं को निष्फल करने के लिए जपा जाता है। देवी बगलामुखी की कृपा से शत्रु की शक्ति कमजोर हो जाती है और वह व्यक्ति का अहित नहीं कर सकता। विरोधियों से रक्षा:यह मंत्र विरोधियों, ईर्ष्यालु व्यक्तियों और नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा प्रदान करता है। इसका जाप करने से जीवन में आने वाली बाधाओं से मुक्ति मिलती है। वाक् शक्ति का नियंत्रण:यह मंत्र शत्रु की वाणी, विचार और कार्यों को रोकने की शक्ति देता है। यह विशेष रूप से तब उपयोगी होता है जब व्यक्ति को किसी विवाद या कोर्ट केस में शांति और विजय प्राप्त करनी हो। आत्मविश्वास और शक्ति:देवी बगलामुखी की कृपा से व्यक्ति का आत्मविश्वास और आंतरिक शक्ति बढ़ती है। यह मंत्र मानसिक स्थिरता और साहस को भी प्रोत्साहित करता है। साधना और तंत्र शक्ति: बगलामुखी मंत्र तंत्र साधना में महत्वपूर्ण है और यह साधक को शक्ति और सिद्धि प्रदान करता है। यह मंत्र नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा करने के लिए तांत्रिक रूप से प्रभावी है।

जाप विधि:

शुद्धिकरण:स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें और देवी बगलामुखी की मूर्ति या चित्र के सामने बैठें। ध्यान और आह्वान: देवी बगलामुखी का ध्यान करते हुए, मन में शांति और समर्पण के साथ उनका आह्वान करें। मंत्र का जाप:इस मंत्र का 108 बार जाप करें। माला के साथ जाप करना अधिक प्रभावी माना जाता है। पूजन और प्रसाद:देवी को हल्दी, पीले वस्त्र, और पीले पुष्प अर्पित करें। पीला रंग देवी बगलामुखी का प्रिय रंग है। समर्पण:पूजा और जाप के बाद देवी से अपनी मनोकामना की पूर्ति की प्रार्थना करें और उनके आशीर्वाद के लिए धन्यवाद करें। यह बगलामुखी मंत्र व्यक्ति को शत्रुओं और नकारात्मक शक्तियों से बचाने के लिए शक्तिशाली है। इसके जाप से व्यक्ति को जीवन में आने वाली बाधाओं से मुक्ति मिलती है, आत्मविश्वास बढ़ता है, और देवी बगलामुखी की कृपा से विजय प्राप्त होती है।

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