माँ कालरात्रि आरती - माँ कालरात्रि की पूजा और आराधना

माँ कालरात्रि दुष्टों का संहार करने वाली देवी हैं। दानव, दैत्य, राक्षस, भूत, प्रेत आदि उनके स्मरण मात्र से ही भयभीत होकर भाग जाते हैं। वे ग्रह बाधाओं को भी दूर करती हैं।

कालरात्रि माता , जय कालरात्रि माता । धन वैभव संपत्ति , की तुम ही दाता ।। जय कालरात्रि माता ।। रूप भयंकर तेरा , शक्ति महामाई । छवि लखते ही तुम्हारी , काल भी डर जाई ।। जय कालरात्रि माता ।। भूत प्रेत और दानव , निकट नहीं आते । खडग कटार के आगे , शत्रु नहीं टिक पाते ।। जय कालरात्रि माता ।। गर्धव वाहिनी मैया , कृपा जरा कीजो । निर्बल को माँ शक्ति , अपनी शरण दीजो ।। जय कालरात्रि माता ।। नो दुर्गाओं में भवानी , सातवा तेरा स्थान । महामाया महाकाली , शक्ति तेरी महान ।। जय कालरात्रि माता ।। सातवे नवरात्रे को , पूजी तुम जाती । मनवांछित फल देती , शक्ति तेरी महान ।। जय कालरात्रि माता ।। हे प्रचंड ज्वालमयी , हमपे दया करना । जानके सेवक अपना , दुःख विपदा हरना ।। जय कालरात्रि माता ।। चिंता हारना दाती , काल करे न वार । विनती इतनी सी माँ , कर लेना स्वीकार ।। जय कालरात्रि माता ।। लेकर आस शरण में , तेरी हम आये । सुना है खली दर से , ना तेरे कोई जाये ।। जय कालरात्रि माता ।। कालरात्रि माता , जय कालरात्रि माता । धन वैभव संपत्ति , की तुम ही दाता ।। जय कालरात्रि माता ।।

डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।

© https://www.nakshatra.app All Rights Reserved.