गीत | आरंभ है प्रचंड

"आरंभ है प्रचंड" एक मोटिवेशनल गीत है, इस गीत को श्री पीयूष शर्मा ने लिखा व गाया है और म्यूजिक दिया है टी-सीरीज ने। यह गुलाल मूवी जो की 2009 में रिलीज़ हुआ था, जिसका एक सुन्दर गीत है। यह गीत मुख्यतः उत्साह, जोश, और संघर्ष की भावना को प्रेरित करता है।

आरंभ है प्रचंड बोले मस्तकों के झुंड आज जंग की घड़ी की तुम गुहार दो आरंभ है प्रचंड बोले मस्तकों के झुंड आज जंग की घड़ी की तुम गुहार दो आन बाण शान या कि जान का हो दान आज एक धनुष के बाण पे उतार दो आरंभ है प्रचंड बोले मस्तकों के झुंड आज जंग की घड़ी की तुम गुहार दो आन बाण शान या कि जान का हो दान आज एक धनुष के बाण पे उतार दो आरंभ है प्रचंड बोले मस्तकों के झुंड आज जंग की घड़ी की तुम गुहार दो आन बाण शान या कि जान का हो दान आज एक धनुष के बाण पे उतार दोमन करे सो प्राण दे जो मन करे सो प्राण ले वोही तो एक सर्वशक्तिमान है मन करे सो प्राण दे जो मन करे सो प्राण ले वोही तो एक सर्वशक्तिमान है विश्व की पुकार है ये भागवत का सार है कि युद्ध ही तो वीर का प्रमाण है कौरोवों की भीड़ हो या पांडवों का नीड़ हो जो लड़ सका है वो ही तो महान है जीत की हवस नहीं किसी पे कोई वश नहीं क्या ज़िन्दगी है ठोकरों पे मार दो मौत अंत है नहीं तो मौत से भी क्यूँ डरें ये जाके आसमान में दहाड़ दो आरंभ है प्रचंड बोले मस्तकों के झुंड आज जंग की घड़ी की तुम गुहार दो आन बाण शान या कि जान का हो दान आज एक धनुष के बाण पे उतार दो आरंभ है प्रचंड बोले मस्तकों के झुंड आज जंग की घड़ी की तुम गुहार दो आन बाण शान या कि जान का हो दान आज एक धनुष के बाण पे उतार दो वो दया भाव या कि शौर्य का चुनाव या कि हार का वो घाव तुम ये सोच लो वो दया भाव या कि शौर्य का चुनाव या कि हार का वो घाव तुम ये सोच लो या की पुरे भाल पे जला रहे विजय का लाल लाल यह गुलाल तुम ये सोच लो रंग केशरी हो या मृदंग केशरी हो या कि केशरी हो ताल तुम ये सोच लो जिस कवि की कल्पना में ज़िन्दगी हो प्रेम गीत उस कवि को आज तुम नकार दो भीगती मासों में आज, फूलती रगों में आज आग की लपट का तुम बघार दो आरंभ है प्रचंड बोले मस्तकों के झुंड आज जंग की घड़ी की तुम गुहार दो आन बाण शान या कि जान का हो दान आज एक धनुष के बाण पे उतार दो आरंभ है प्रचंडआरंभ है प्रचंड आरंभ है प्रचंड

डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।

© https://www.nakshatra.appAll Rights Reserved.