लाल देह और लाल है चोला
मुखड़ा भोला भाला
ऐसे बजरंग बाला हो...
मां अंजनी का लाला,
शीश मुकुट है गदा हाथ में,
और गले में माला,
ऐसे बजरंग बाला....
मां अंजनी का लाला,
बजरंगबली के डर से
भूत प्रेत सब भाग जाते हैं,
इनकी कृपा हो जाये
सोये भाग फिर से जाग जाते है,
दूर करे सारा अँधियारा ,
लाये नया सवेरा
ऐसे बजरंग बाला..
करके छलावा रावन
ले गया था सीताजी को साथ रे
ला के खबरिया हनुमंत
बने रामजी के प्यारे दास रे
सोच समझ कर लंकापुरी को
तहस नहस कर डाला
ऐसे बजरंग बाला..
जब जब भी संकट में थे
परम कृपालु श्री रामजी
उसी राम नाम सहारे
हनुमान सवारे सारे काम जी
भक्त और भगवान का देखो
बंधन खूब निराला
ऐसे बजरंग बाला..