डिफ़ॉल्ट
गर्म
प्रकृति

तुम लौट के आओ ना गजानन

ganesh-ji
तुम कहाँ गये गणराज तुम्हे ढूंढ रहा जग आज तुम लौट के आओ ना गजानन तुम लौट के आओ ना हाथ जोड़ के तुम्हे मनाऊ मोतीचूर का भोग लगाऊ तुम गौरा के हो बड़े लाडले माँ गौरा की कसम चढाऊ मोरी सुन लो अरज महाराज तुम हो देवो के सरताज तुम लौट के आओ ना गजानन तुम लौट के आओ ना रिद्धि सिद्धि के तुम हो दाता हरो हमारे कष्ट विधाता हम अज्ञानी मुरख बड़े है पूजन अर्चन कुछ नही आता गिरी हम दु:खो कि गाज भगतो की बचाओ लाज तुम लौट के आओ ना गजानन तुम लौट के आओ ना तुम कहाँ गये गणराज तुम्हे ढूंढ रहा जग आज तुम लौट के आओ ना गजानन तुम लौट के आओ ना
डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।

लोकप्रिय टैग

भजन और भक्ति गीत संग्रह दीवाली 2025: लक्ष्मी पूजन, गोवर्धन पूजा, भाई दूज, पूजा संग्रह शनि देव भजन, आरती, चालीसा और व्रत कथा संग्रह