प्रभु गजानन है गौरी नंदन
स्वीकार करलो हमारा वंदन
सभी विघ्न को तुम्ही मिटाते
सुखो की धारा तुम्ही बहाते
तुम्ही सजाते हो सबका जीवन
स्वीकार करलो हमारा वंदन
प्रभु गजानन है गौरी नंदन
स्वीकार करलो हमारा वंदन
प्रथम पूज्यनीय है नाथ मेरे
सदा विराजो तुम साथ मेरे
तुम्हे पुकारे ये घर ये आंगन
स्वीकार करलो हमारा वंदन
प्रभु गजानन है गौरी नंदन
स्वीकार करलो हमारा वंदन
शीश मुकुट है तन पीताम्बर
तुम्हे निहारे ये धरती अम्बर
जहाँ ये सारा तुम्ही से रोशन
स्वीकार करलो हमारा वंदन
प्रभु गजानन है गौरी नंदन
स्वीकार करलो हमारा वंदन
तुम्हारा होता जहाँ बसेगा
वही पे लगता धरम का डेरा
सभी देवता भी करते सुमिरन
स्वीकार करलो हमारा वंदन
प्रभु गजानन है गौरी नंदन
स्वीकार करलो हमारा वंदन
