दिल दिया मैंने उस साँवरे को,
दिल के अरमान सँवरने लगे हैं,
अब किसी की जरुरत नहीं है,
दिन अच्छे गुजरने लगे हैं,
दिल दिया मैंने उस सांवरे को,
उसको देखा नहीं मैंने अब तक,
उसकी सूरत तो दिल में बसी है,
नाम सुनते ही मिलता सकूँ है,
नैनों में सिमटने लगे हैं,
दिल दिया मैंने उस सांवरे को,
उसकी मुस्कान है ऐसी जालिम,
मैंने दुनियाँ से ऐसा सुना है,
अब तो जीना है उसकी ही हो के,
हम दीवाने से होने लगे हैं,
दिल दिया मैंने उस सांवरे को,
जादू कर ऐसा दिल को चुरा ले,
दिल किया मैंने उसके हवाले,
"गिन्नी "को बाँटता है खजाने,
झोलियाँ हम भी भरने लगे है,
दिल दिया मैंने उस सांवरे को,