दानी दाता शिव शंभू है
मैं आया तेरे द्वारे
मांग रहा हु भिक्षा तुमसे
दोनों हाथ पसारे
भोले मेरी लाज रखना
तुझ बिन कौन सुने मेरी बिनती
कोई ना मेरा सहारा है
तुही भोले शंकर डमरू वाले
मेरा किनारा है
तेरे सिवा अब भोले शंभू
जाऊ किसके द्वारे
मांग रहा हु भिक्षा तुमसे
दोनों हाथ पसारे
मेरी लाज रखना
मेरी लाज रखना
जब जब संकट आया मुझपर
तूने मुझे उबारा है
डूब रही है नैया मेरी
शिव तूने दिया सहारा है
ठोकर खाकर दुनिया की
अब आया तेरे द्वारे
मांग रहा हु भिक्षा तुमसे
दोनों हाथ पसारे
मेरी लाज रखना
मेरी लाज रखना
क्या तूने मांगा शिव से
क्या पाया है यह याद रहे
जपते रहना शिव शंभू
जब तक तन मे प्राण रहे
नाम प्रभु का लेकर
दुनिया मे कोई नही हारे
मांग रहा हु भिक्षा तुमसे
दोनों हाथ पसारे
मेरी लाज रखना
मेरी लाज रखना