भगवान कृष्ण - बांके बिहारी मुझको देना सहारा

sawariya_krishna
बांके बिहारी मुझको देना सहारा एक भक्तिगीत है जिसमें भगवान कृष्ण को “बांके बिहारी लाल” कहा गया है। यह गीत कृष्ण मंदिरों में और विभिन्न धार्मिक उपासना के अवसरों पर भक्ति और उत्साह के साथ गाया जाता है। इस गीत के बोल भगवान कृष्ण की दिव्य गुणों और खिलवाड़ी स्वभाव की प्रशंसा करते हैं।

बांके बिहारी मुझे देना सहारा, कहीं छूट जाए ना दामन तुम्हारा॥ तेरे सिवा दिल में समाए ना कोई, लगन का यह दीपक भुजाये ना कोई, तू ही मेरी कस्ती तू ही है किनारा, कहीं छूट जाए ना दामन तुम्हारा। ॥ बांके बिहारी मुझे देना सहारा…॥ तेरे रास्ते से हटाती है दुनिया, इशारों से मुझको भूलती है दुनिया, देखो ना हरगिज मैं दुनिया का इशारा कहीं छूट जाए ना दामन तुम्हारा। ॥ बांके बिहारी मुझे देना सहारा…॥ तेरे नाम का गान गाता रहूं मैं, सुबह शाम तुझको रिझाता रहूं मैं, तेरा नाम मुझको है प्राणों से प्यारा, कहीं छूट जाए ना दामन तुम्हारा। ॥ बांके बिहारी मुझे देना सहारा…॥ बड़ी भूल की जो मैं दुनिया में आया, मूल भी खोया और ब्याज भी खोया, दुनिया में मुझको ना भेजो ना दोबरा कहीं छूट जाए ना दामन तुम्हारा। ॥ बांके बिहारी मुझे देना सहारा…॥ बांके बिहारी मुझे देना सहारा, कहीं छूट जाए ना दामन तुम्हारा॥

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